Shamma parween 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत 7210 0 Hindi :: हिंदी
मंजिल तक हम अकेले ही जा सकते है जरूरत नहीं किसी काबिल की हम खुद ही काबिले तारिफ हैं हा ये बात अलग है कि कोई खास हो सफर में हमसफर बन के तो रास्ता कितना भी लम्बा क्यो ना हो पता नही चलता