Shiv Kishore 10 Jun 2023 शायरी समाजिक # मैं कागज थीं किसी ने नाम लिख दिया# पैग़ाम # घर 7682 0 Hindi :: हिंदी
मैं कागज थीं किसी ने नाम लिख दिया , कभी सोचा नहीं किसी ने पैगाम लिख दिया , मैं खुशी से तब पागल हुईं बेइंतहा ____ जब उसने अपना घर मेरे नाम लिख दिया । __________ शिव किशोर , शाहजहांपुर