मैं मां हिंदी की सेवा करना चाहता हूं चाहता हूं कि मैं भी अपनी लेखनी से लोगों के दिल को छू सकूं पर हिंदी जगत में चल रही प्रतिस्पर्धा और मेरी खराब आर्थिक स्थिति के चलते मैं अपने इस लक्ष्य को पाने के लिए कुछ भी विशेष नहीं कर पा रहा हूं हिंदी जगत के धुरंधरों से मेरा निवेदन है कि वह मेरी मदद करें हिंदी की अगम अक्षोणी सेना में मुझे भी शामिल कर ले मैं अपने जीवन परियंत्र यह कोशिश करूंगा कि मेरी कलम द्वारा रचित हर रचना मां हिंदी के चरणों को छूकर हिंदी के श्रोताओं के हृदय में भी गहराई से उतर जाए मुझे भी अवसर दीजिए कभी भी मां हिंदी को शर्मिंदा और श्रोताओं को निराश नहीं करूंगा जय हिंद जय भारत🙏🙏🙏🇮🇳