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Achal kumar singh 30 Mar 2023 कविताएँ देश-प्रेम भारतीय सेना की शौर्यगाथा (नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के चरणों में समर्पित रचना) 32388 0 Hindi :: हिंदी

सेनानी भारत वर्ष के ,
पग पीछे हटा सकते नहीं ।
है संजोया वीरों ने जो ,
मान घटा सकते नहीं ।
बंदिश में गर कोई दर्द दे ,
तो मातृभूमि के लिए हम ।
सर कटा सकते हैं लेकिन ,
सर झुका सकते नहीं ।
हमको दिए इतिहास में जो ,
 घाव भुला सकते नहीं  ।
हां भले एक बार फिर  ,
नेता जी ला सकते नहीं  ।
अब तक दौड़ता धमनियों में ,
है वो नारा बोस का हम ।
 सर कटा सकते हैं लेकिन ,
सर झुका सकते नहीं  ।
मां भारती के पालने का  ,
ऋण चुका सकते नहीं  ।
मस्तक भारतवर्ष के ,
कालिक लगा सकते नहीं  ।
जो धरा अंतिम शरण है  ,
उसकी रक्षा के लिए हम ।
सर कटा सकते हैं लेकिन ,
सर झुका सकते नहीं  ।
                      🇮🇳 अचल कुमार सिंह 🇮🇳
                                 🙏🙏🙏

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