नारी झुकती नहीं किसी के आगे,
पर बिछ जाती है अपनों के आगे ।
अपने सपनो को पलकों से उतरने देती ही नही,
दूसरो को खुशी देने के लिए,
दबा देती ह� read more >>
हर घर की शान है
बुजुर्गो से ही हम बच्चो की पहचान है।
इनकी छवि जैसी होती है,
वैसे ही हमारा स्वरूप भी बनता है,
तभी तो लोग कहते है कि तू अपन� read more >>