स्कूल में शिक्षक ने खूब हमे सिखाया और उस A से Z तक के सफर ने खूब हमे रुलाया......LKG तक तितलियां उड़ने लगी थी अंबर और first class तक सीख चुके थे हम roman number. read more >>
हां माना औरत हूं मै समाज की बेड़ियों से बंधी नायाब शौहरत हुं,मैं तो चलो एक मुलाकात ख़ुद के साथ हो जाए, एक कोशिश ज़माने के साथ हो जाए पर उल read more >>