Chinta netam " mind " 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक 35271 0 Hindi :: हिंदी
प्रस्तुत है "मजदूर दिवस" पर जिसे छत्तीसगढ़ सरकार "बोरे बासी दिवस" के रूप में मना रही है पर एक छोटी सी रचना...... # बोरे बासी दिवस / मजदूर दिवस... तोला मुबारक मोरे साथी , बटकी-बटकी बोरे बासी ...! रात के भात में डार के नून पानी , बिहनिया बिहनिया देवे नानी ...! मन भर के एला बल्लू दबाए संग चेंच भाजी अऊ अथान चानी ...! गर्मी में सब ला सुहाय , का लइका का महतारी ...! बनिहारी के जीवन रेखा , बनथे ग ये संगवारी ...! आमा चटनी चेंच भाजी , गर्मी म लगाए आगी ...! हल्का होते जल्दी पचथे नई होवे एमें सर्दी खांसी ...! तोला मुबारक मोरे साथी , बटकी-बटकी बोरे बासी ...! चिन्ता नेताम " मन " डोंगरगांव (छत्तीसगढ़)