Vipin Bansal 08 May 2023 कविताएँ धार्मिक 16710 0 Hindi :: हिंदी
कविता = ( कामना ) कामनाओं के हो गए सारे ग़ुलाम ! कामनाओं ने ले लिया ग़रज़ का नाम !! मन घोड़े पर कामना सवार ! मन घोड़े की पकड़ी लगाम !! पेट दिया तो होगा इंतज़ाम ! कामनाओं की गठरी क्यों ली बाँध !! एक ही राह एक मुक़ाम ! फैंक यह गठरी भज ले राम !! कामनाओं के हो गए सारे ग़ुलाम ! कामनाओं ने ले लिया ग़रज़ का नाम !! ग़रज़ तो हो जाए सबकी पूरी ! कामनाएँ रहती सबकी अधूरी !! मर गया शरीर न निकले जान ! कामनाओं में अटके रहते प्राण !! कामनाओं की गठरी बोझ अपार ! भवसागर कैसे होगा पार !! मन घोड़े की छोड़ी लगाम ! ग़रज़ तो हो गई यूँही बदनाम !! कामनाओं के हो गए सारे ग़ुलाम ! कामनाओं ने ले लिया ग़रज़ का नाम !! संतोष ही जीवन का आधार ! सबरी देहरी आए राम !! कामनाओं से छीन लगाम ! मन को कर ले अपना ग़ुलाम !! कामनाओं पे पूर्ण विराम ! मन में बसा ले तू सिया राम !! सागर में तैरे पाषाण ! उन पर लिखा जय श्री राम !! कामनाओं के हो गए सारे ग़ुलाम ! कामनाओं ने ले लिया ग़रज़ का नाम !! विपिन बंसल