मद में मद मिला के पी गया ---💐
तेरे आशिक तेरे गम में पी के जी गया ---2
सुना यारों से ----💐
मद दिल के जख़्म को भर देता है ----💐
फरेब , है हरज़ाई ---2
आग बुझ read more >>
मैं खामोश बैठू कब - तक ---💐
आखिर छुपा के रखूँ कब - तक ---2
प्यार छुपाने से नहीं छुपता ---💐
आग की दरिया - तूफाँ से ----2
आशिक नहीं रुकता ----💐
चाह में ह read more >>
जख़्म ऐ दिल हो के फना ---💐
तेरे नाम से लिख डाला फसाना ----💐
अश्कों से सब लिखा था ---2
देख लो पढ़ना नामुमकिन ---💐
लिखावट मिट चुका ---2
अश्कों से भीग क read more >>
अगर झुकने से बनता है रिश्ता ---2
तो मैं झुक जाता --//💐
झुक के तेरे दिल में ----2
प्यार कैसे मैं बोता ----💐
ऐ सावन की झड़ी ना होता ----💐
जितने बार झुका read more >>
हाथ में कलम कागज ----2
ले कर कोई शायर बैठा था थम के ---💐
शुरू कहाँ से करुँ ------💐
किसे छोड़ू किसे जोड़ू ----2
टूटा दिल बिखरा था
समेट कर कैसे जोड़ू
है read more >>