Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें
  • Followers:
    1
  • Following:
    0
  • Total Articles:
    7
Share on:

My Articles

क्यों हुँ? मैं लाचार ये उठा मन में विचार कर सकता हुँ बहुत कुछ पर मज़बूरी है। मुझ पर सवार तैर सकता हुँ पर कहाँ है। मेरी पतवार क्यों हुँ read more >>
तेरी आँखों की ये धुन लगता है।तूने मुझे लिया है।चुन तेरी आँखों की मेरी आँखों से ये लड़ाई दूर हो जाये तेरी आँखे तो लगती है।जुदाई तेरी आ read more >>
चलता हुँ। अपनी मन मर्जी से मैंने खुद बनाये है। मेरे उसूल खुद की खाली जेब है। मैंने देखी किसी से माँगा नहीं क्यूंकि मैंने खुद बनाये ह read more >>
Join Us: