शायर का ये जो, ख़िताब है !
मेरे उस्ताद मेरे हालात हैं !
तालीम से रहा महरूम !
गम बेहिसाब है !
गमों ने ही नवाजा ये ख़िताब है !
तजुर्बा ए दौलत read more >>
अपनी आँखों से गर देखो !
तो कुछ नजर भी आए !!
पड़े पर्दे गर हटाओ !
तो कुछ नजर भी आए !!
तीरगी काजल जो लगाया !
मेरे दुश्मनो ने तेरी आँखों में !!
गर ढ read more >>
माँ की ममता है अनमोल !
इसका न है कोंई मोल !!
प्यार को तेरे जान न पाया !
खोकर तुझको फिर पछताया !!
सांसो की देकर डोर !
लिया न हमसे कोई मोल !!
माँ read more >>
ज़मीन पर यह चलते हैं !
आसमानी बातें करते हैं !!
अल्फाज़ो में रखते दम हैं !
बेशक नंग हैं !!
देश की शान हैं !
चाहे कितने ही बदनाम हैं !!
खुद्दा read more >>