संदीप कुमार सिंह 24 Apr 2023 ग़ज़ल प्यार-महोब्बत मेरी यह ग़ज़ल एक बेहतरीन रचना है। जिसे पढ़कर या सुनकर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें तथा जीवन के लिए काफी उपयोगी सिद्ध होगी। 4884 0 Hindi :: हिंदी
मन में सदा सुन्दर रवानी चाहिए, रस्मों सभी को खुद निभानी चाहिए। जोशों भरा बातें हमें पसन्द लगे, मन में सदा पुलकित जवानी चाहिए। प्रीती हमें सब से सदा रखना पड़े, प्रभु में हमें मन को लगानी चाहिए। नजरों भरी झलकें मिले तो दिल खुशी, मन से खुशी सब को दिखानी चाहिए। फूलों भरे खत नव मिला मुझको मित्रों, अब दिल नहीं यों ही दुखानी चाहिए। नज़रों भरी सेवन करूं मैं जाम का, अब प्रेम की अद्भुत कहानी चाहिए। कुछ यार को मन की गमों को मैं कहूं, कुछ वक्त को मिलकर बितानी चाहिए। प्रण कर चलूं कुछ तो करूं यह गान कर, नित ही खुशी को हस मनानी चाहिए। मिल कर रहें सब जन सदा संदीप से, दिल से हमें दिल को लगानी चाहिए। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....