Samir Lande 30 Mar 2023 ग़ज़ल प्यार-महोब्बत समीर लांडे बेशक मेरी मौत पे 87280 0 Hindi :: हिंदी
बेशक मेरी मौत पे एक आसू न निकले तुम्हारा . पर किसी गैर के हाँतो जब सताई जाओगी तुटेगा तुम्हारा भी दिल . यकिनन हमे याद करके बेहत रोओंगे. अगर कभी हीच्की आ भी जाये मूजे तो पाणी पिके सो जाया करुंगा, जैसे आसू पिऐ थे मैने . नाराजगी नही है, फकत आपका रोता चेहरा देखा नाही जायेगा. देखले रोते तुझे तो हमसे खुद को रोका नहीं जायेगा . - समीर लांडे