Poonam Mishra 05 Jun 2023 ग़ज़ल समाजिक कुछ चाहना आसान नहीं 8474 0 Hindi :: हिंदी
कुछ चाहते हो !! जमाने में तो वह। मिलता ही नहीं । न जाने क्यों ? कभी-कभी लगता है ।। खुलकर सांस लेने की मुझे।। इजाजत भी नहीं !! अगर कुछ किस्मत से मिल जाए !!तो मैं खुशनसीब समझती हूं !! अपने आप को ! और जो ना मिले तो मुझे शिकायत भी नहीं स्वच्छ लेखिका पूनम मिश्रा