Jyoti yadav 19 Dec 2023 ग़ज़ल प्यार-महोब्बत रहमत ए खुदा की मेहरबां हुई 10003 1 5 Hindi :: हिंदी
रहमत ए खुदा की मेहरबां हुई करने हकीकत ये ख्वाब आई है द्वीप सजा दूं अंगना अपने गली मेरे महताब आईं है ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️ रुप उसका सुंदर सलोना हंसी ये नूरानी है अप्सरा कोई है या परी आसमानी है देखो लेके खुशियों का सैलाब आईं है गली मेरे महताब आईं है ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️ अधुरी थी मियाज मेरे ख्वाईशों की लिखने नया किरदार आईं है मेरे चश्म ओ चिराग चितवन की बहार आई है गली मेरे महताब आईं है ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️ अपने नन्हे से कदमों में भरके सितारे सभी गर्दिश की जान आईं है जगाने अलख मेरे दामन की मल्लिका इत्माम आईं है गली मेरे महताब आईं है ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️ गुमसुम सी थी जिंदगी हमारी जश्न का जलाल तुम मुक्कमल हुई बंदगी हमारी मेरे उपवन की गुलाब तुम तुमसे ही मेरी कविता कहानी गजल लबों पर अल्फाज़ आईं है गली मेरे महताब आईं है ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️ मेरे चेहरे की आईना तुझमें ही छवि अपनी निहार लू आंचल में छुपा के तुझे दे दूं होंठों की हंसी नजर तेरी उतार लूं करने जहां को मेरे आबाद आईं है मेरे चाहत की मेरे मोहब्बत की मुझे याद आईं है गली मेरे महताब आईं है ♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️ ज्योति यादव के कलम से ✍️ कोटिसा विक्रमपुर सैदपुर गाजीपुर उत्तर प्रदेश
4 months ago