Poonam Mishra 24 Jun 2023 ग़ज़ल समाजिक इल्जाम न दिया जाए 5217 0 Hindi :: हिंदी
मुझ पर अकेले ही बेवफाई का इल्जाम न दिया जाए कभी खुद भी अपने गिरेबान में झांक कर देख लिया जाए क्यों जुदाई के वक्त तुमने मुझे रोक नालिया मैंने तो मुड़ मुड़ के कई बार रुकने का फैसला ले लिया जो राह में मुझे बेवफा न कहो क्या तुमने कभी मुझसे दिल से वफा की है