संदीप कुमार सिंह 25 Jun 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत मेरी यह कविता समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी रोमांचित होंगें। 6918 0 Hindi :: हिंदी
(मुक्तक छंद) प्यार का तूं अनमोल खजाना है। तूं मेरे ख्वाबों का नगीना है। जिसको मिलोगी वह किस्मत वाला_ मस्ती भरी तुम एक हसीना है। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....