मोती लाल साहु 15 Jan 2024 शायरी अन्य ज़िंदगी अंत का नहीं- अनंत का सफ़र है 1642 0 Hindi :: हिंदी
ये ज़िंदगी गुज़ारने की- ना ये मनमर्जी की चाल है, ये ज़िंदगी तोहफा है- ख़ुदा से मिलन का ठिकाना है, ये ज़िंदगी चंद लम्हों का- अनंत से मिलन का पता है,, ये ज़िंदगी हर सांस में- ख़ुदा से मिलन का ठिकाना है।।।। -मोती