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भ्रूण हत्या-मां के पेट से नन्ही बिटिया बोल रही हूँ

Adesh Kumar 01 Dec 2023 गीत समाजिक भ्रूण हत्या , वेटी पर कविता ,Kavita in hindi,बाल हिन्दी कविता,Kavita kavita,Kavita kosh,छोटी सी कविता हिन्दी में,मजेदार हास्य कविता,hasya kavita in hindi pdf,hasya kavita in hindi lyrics,विद्यार्थी जीवन पर हास्य कविता,हास्य कविता pdf, छोटी हास्य कविता 11285 0 Hindi :: हिंदी

मां के पेट से नन्ही बिटिया बोल रही हूँ 
जीवन जीने से पहले ,जीवन जीने से पहले, 
तुम मुझे ना मारो पापा जी ! पापा जी ! पापा जी !
मां के पेट से नन्ही बिटिया बोल रही हूँ 
यंत्र डाक्टर के मेरे पास में आते हैं 
मुझे मारने को ये घात लगाते हैं 
नन्हें नन्हें अंग मेरे  नन्हें नन्हें अंग मेरे 
ऐसे ना उखाडो पापा जी! पापा जी! पापा जी! 
मां के पेट से नन्ही बिटिया बोल रही हूँ 
अंश तुम्हारा हूँ अपमान नहीं हूँ मैं 
वेटी हूँ वेटी क्या सन्तान नहीं हूँ मैं  
खिलने से पहले ही  खिलने से पहले ही 
बगिया ना उजाडो पापा जी! पापा जी! पापा जी! 
मां के पेट से नन्ही बिटिया बोल रही हूँ 
लेके जनम संसार मुझको जुडना है 
पंख लगाके आसमान में उडना है 
उगने से पहले ही  उगने से पहले ही 
मेरे पंख ना काटो पापा जी! पापा जी! पापा जी! 
मां के पेट से नन्ही बिटिया बोल रही हूँ 
जीवन जीने से पहले जीवन जीने से पहले 
तुम मुझे ना मारो पापा जी! पापा जी! पापा जी!!

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