Tulasi Seth 30 Mar 2023 शायरी समाजिक उम्मीद भरी कविता 9025 0 Hindi :: हिंदी
कहीं दीया जले कहीं दिल इए तो अपनी अपनी किस्मत है, खुदा जाने कब क्या हो यहां यहां तो वस उनकी ही रहमत है ।
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