Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

बादल छाए घने बरस रही है बूंदें बरखा आई-बसंती बागों में फूलों की बारातें

Manju Bala 02 Jul 2023 कविताएँ अन्य बादल छाए घने, बरस रही है बूंदें, बरखा आई ,मन में आई है आनंद की भरमार, सावन की रातों में, खुशियों की बहार। पानी की बूंदें बरसती हैं नन्हे-मुन्नों पर, छात्रों की मस्ती जगाती है इस वर्षा की बारिश पर। गर्मी की लू से राहत मिलती है धरती को, हरी-भरी बन जाती है फसलों की उपजाऊ मिट्टी को। 6972 5 5 Hindi :: हिंदी

बादल छाए घने, बरस रही है बूंदें,
गरजती है बिजली, चमक रही है बिजली ।
मन में आई है आनंद की भरमार,
सावन की रातों में, खुशियों की बहार।
पानी की बूंदें बरसती हैं नन्हे-मुन्नों पर,
मनों की मस्ती जगाती है इस वर्षा की बूंदों की  पर।
गर्मी की लू से राहत मिलती है धरती को,
हरी-भरी बन जाती हैऔर फायदा पहुचती है  फसलों की उपजाऊ मिट्टी को।
रंग-बिरंगे  मनभावन दृश्य चहरों पर ले आते है मुस्कान,
 गर्मी  को दूर करती है ये सावन  की बूंदें 
सावन की बरसात में जीवन की नई उमंगें 
बसंती बागों में फूलों की बारातें, 
बादल छाए घने, बरस रही है बूंदें,

Comments & Reviews

Manju Bala
Manju Bala अति सुन्दर कविता

9 months ago

LikeReply

Manju Bala
Manju Bala अति सुन्दर कविता

9 months ago

LikeReply

Manju Bala
Manju Bala अति सुन्दर कविता

9 months ago

LikeReply

Manju Bala
Manju Bala अति सुन्दर कविता

9 months ago

LikeReply

Manju Bala
Manju Bala अति सुन्दर कविता

9 months ago

LikeReply

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: