कुमार किशन कीर्ति 22 May 2023 ग़ज़ल प्यार-महोब्बत लम्हें, दुश्वार, हसीं,नाजीनि 6170 0 Hindi :: हिंदी
1तुम्हारी हसीं चेहरे को देखकर हर जवां दिल धड़कता होगा। तुम जब आईना देखती होगी,कमबख्त! आईना भी तुम्हें पसन्द करता होगा। 2माना तुम्हारा इश्क़ दुश्वार है। ऐसा लगता है,यह लम्हा भी तुम्हारा गुलाम है। ओ नाजीनि,क्यों छिपाती हो मोहब्बत। कभी कभी ख़्याल आता है, तुम्हारी होंठो पे मेरा नाम आता है। 3हसीं तो बहुत हैं इस जहाँ में पर,तुम्हारी बात ही कुछ और है। यह दिल जिसे ढूंढता हैं, इन निगाहों में उसकी तस्वीर है। 4देखों इन चांदनी रात को कितनी हसीं यह वादिया हैं। तुम बैठी हो मेरे सामने फिर ना जाने किसकी तलाश है।