संदीप कुमार सिंह 29 Apr 2023 कविताएँ देश-प्रेम मेरी यह कविता समाजिक हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 6036 0 Hindi :: हिंदी
जय जवान हैं देश के, सरहद रक्षा काम। शान्ति अमन है देश में, दुनिया में है नाम ।। सेना के जवान लड़े, दुश्मन का कर नाश। खुशियां देते देश को, व्यर्थ नहीं अवकाश।। किसान ही तो रीढ़ हैं, करते हैं उपकार। उपजा सर्व अनाज को, भरे पेट संसार।। जय हो किसान के, भारत के हैं जान। रखे सरकार ध्यान में, इनका रख संज्ञान।। संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....