Disha Shah 22 May 2023 कविताएँ अन्य 4306 0 Hindi :: हिंदी
बिस्तर से उठो तुम । सुबह हो गयी है , अपने सपने अपने लक्ष्य के लिए आगे बढ़ो तुम । कुछ तो करो तुम , खुद को व्यक्त दो तुम । तुम को क्या करना है , ज़िंदगी में इससे जानो तुम । कुछ करो तुम , अपने लिए आगे बढ़ो तुम । बिस्तर से उठो तुम । सुबह हो गयी है आगे बढ़ो तुम । तुम्हारे सपने इंतजार कर रहे है लग जाओ सपने को सच करने में और ये आसान है ।