Ajeet 30 Mar 2023 ग़ज़ल दुःखद इस कदर ना तुम रूठा करो 27701 0 Hindi :: हिंदी
इस कदर ना तुम रूठा करो ये हंसी चाँद सी ये पलके गुलाब सी ये बदन पे चोटी साप सी. फिर भी इतनी खास हो तुम. रात की नींद हो तुम दिन की छाँव हो तुम दिल की धड़कन हो तुम मेरे लिये अलफाज हो तुम. फिर भी इतनी खास हो तुम.