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मेरे अपने लोग सब काफी हैं मजबूत- मेरे आते काम में दौलत जिसे अकूत

संदीप कुमार सिंह 03 Jan 2024 कविताएँ समाजिक मुक्तक छंद # पुराना मुक्तक # नया मुक्तक # मुक्तक माला # मुक्तक हार # मुक्तक दिल के पार # How to published articles?How to open YouTube Channel? How to open Facebook Account? How to increase subscribers? How to increase viewers? How' to increase flower's? 3031 0 Hindi :: हिंदी

मुक्तक छंद 
मेरे  अपने  लोग  सब, काफी  हैं  मजबूत।
 मेरे  आते  काम  में, दौलत  जिसे  अकूत।
इसका  मुझे  गुमान  है,मन  भी  है  गुलजार-
आस  रखा  हूं  और  भी, जन्में  खूब  सपूत।।
(स्वरचित मौलिक)
संदीप कुमार सिंह✍️
जिला:-समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार

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