Swami Ganganiya 30 Mar 2023 शायरी अन्य कसूर किसका शेरो और शायरी 27770 0 Hindi :: हिंदी
वो खुदा नही मिलता हे ये कसूर किसका इन्तजार हम करे आराम वो करे समय बरबाद किसका खुवाईशें दिल मे हो या दिल ख्वाईशों से भरा हो जो पुरी ना हो उसका क्या फायदा बात एक करे या अनेक हो अर्थ जिसका सही ना हो उसका क्या फायदा हर कोई है कन्फ्यूजन मे पर उसे कोई नही मानता दिक्कते है पर कहा है ये कोई नही जानता वास्तविकता क्या है ये कोई नही पहचानता मानते है सब उस खुदा को पर उस खुदा को कोई नही पहचाता इसका या उसका न जाने किसका पता होते हुये भी ना पता चले कि लपता किसका वो है भी नही भी हे वो सामने भी दूर भी हे वो दुनिया मे जरूर भी आँखे होते हुये भी देख न पाये तो इसमे कसूर किसका ** ** ** Swami Ganganiya Vill Matanatnagar Budhsaini Baghpat U.P