Ujjwal Kumar 05 Jun 2023 कविताएँ समाजिक 6238 2 5 Hindi :: हिंदी
भूखा मांगे खाना और प्यासा मांगे पानी, कलाकार की उम्मीद अलग है, वो मांगे कदरदानी, पैसे और दौलत शोहरत, अपने किस काम की, रचनाओं की तारीफें हो, नही जरूरत इनाम की, आपकी हौसला अफजाई, हमारा मनोबल बढ़ाती है, आपके लिए अच्छी रचनाएं, बनाने को उकसाती है, यही निवेदन हर श्रोता से, अच्छी रचनाओं की तारीफ करें, हर कुछ उसमे गलती, हमे जरूर वाकिफ करे। (कृप्या आपलोग सपोर्ट करे) ✍युवा रचनाकार✍ -उज्ज्वल कुमार