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आधुनिक मानव

Anjani pandey (sahab) 23 Apr 2023 कविताएँ अन्य आधुनिक मानव विभिन विचाधाराओं से ओत। प्रोत मार्क्सवादी विचारधारा की समर्थित कविता #######❣️❣️ 7057 0 Hindi :: हिंदी

हम लोहा है      
            हमे गोली जैसे चलने दो 
 हम स्थूल विचारो के गट्ठर हैं 
                      आदम के सांचे में ढलने दो ।
हम भी मनु की संतान 
                         हमे भी समाज में पलने दो,
हमे भी बोलने का हक है
                          अपने अधिकारों पर लड़ने दो ।।
हम गांधी नही है, अहिंसा के पुजारी 
                  लड़खड़ाती जुबान हमारी खुलने दो
हम हिंसा भी करेंगे, हमे भी लड़ने दो 
                              हम क्रांति करेंगे 
हमे रोटी दो, कपड़े दो, हमारा महल भी बनने दो
            @अंजनी पांडेय (साहब)

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