Rambriksh Bahadurpuri 30 Mar 2023 कविताएँ दुःखद #ambedkarnagar poetry#Rambriksh kavita#Dukhad kavita rambriksh#unke Pratiksha me kavita mekavita rambriksh#Prem# 40111 0 Hindi :: हिंदी
कविता-उनके प्रतीक्षा में बना बना कर घर सलोना रेतों पर था उसे सजाया फूल खिलेंगे प्रेम रंग के सपनों का संसार बसाया। उनके प्रतीक्षा में। मन मेघों के रंग अनोखे मन में मन का प्रीत जगाया इच्छाओं का पंख लगाकर फिर सांसों ने मुझे उड़ाया। उनके प्रतीक्षा में। मोह क्षितिज में पंछी जैसे माया ने भी खूब घुमाया तन मन धन के बध बंधन में खड़ा अकेला तन्हा पाया। उनके प्रतीक्षा में। देह धरा सा भ्रमित घूमे घूम घूम कर ढूंढ न पाया सुख की आशा न अभिलाषा शेष समय सब मृत्यु समाया। उनके प्रतीक्षा में। जग जगती में सुख घनेरा करके जीया तन मन अर्पित जीवन नवल रंग सजीला कर दे अर्पित स्वयं समर्पित। उनके प्रतीक्षा में। रचनाकार- रामवृक्ष ,अम्बेडकरनगर।
I am Rambriksh Bahadurpuri,from Ambedkar Nagar UP I am a teacher I like to write poem and I wrote ma...