Ujjwal Kumar 29 Jun 2023 कविताएँ देश-प्रेम देश-प्रेम 8647 1 5 Hindi :: हिंदी
हर फौजी एक कसम खाता है, जब वह देश की रक्षा के लिए जाता है, भले ही प्राण न्यौछावर करने पड़े, पर कभी भी दुश्मन को पीठ दिखाकर नहीं आता है. यह है भारत के वीर की पहचान, सबसे बढ़कर है उनके लिए आत्मसम्मान, इसके लिए वे कर लेंगे किसी भी बात से समझौता, पर जाने नहीं देंगे अपनी मातृभूमि का मान. इसके लिए उन्हें कोई भी कष्ट सहना पड़े, कितनी भी कठिन परिस्थिति से गुजरना पड़े, नहीं रुकते हैं यह भारत मां के लाल, चाहें इन्हें कांटों की राह पर भी चलना पड़े. 🖊स्वरचित रचना ✍उज्जवल कुमार
9 months ago