Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

सीधा-साधा मनुष्य क्यों झेलता है दुख

राकेश 18 Sep 2023 कविताएँ अन्य सीधा-साधा, चालक 11372 0 Hindi :: हिंदी

सीधा-साधा मनुष्य क्यों झेलता है दुख, वह नहीं जानता जब किसी को देना दुख, सीधे-साधे को सब कहते हैं मूर्ख, क्योंकि अपना नुकसान होने पर भी रहता है वह खुश, आपका नहीं छीनना चाहता वह सुख।

चालक को कहते हैं चतुर क्यों, जब कि वह अपने लाभ के लिए आपको देता है दुख, वह होता है धुर्त, सीधे-साधे मनुष्य से करें प्रेम, चालाक चालाकी से बचाना है, जीवन में सबसे बड़ा खेल।

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: