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बिन तेरे-बिखरे विश्वास

Archana Singh 08 May 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत 26992 0 Hindi :: हिंदी

बिसरी इस , बिखरे विश्वास ...!
 बिन बोले , ना कोई जड़ ....
 ना कोई शाख ...!

 बिन किस्मत , ना ज्यादा ना कम होय ....!
 बिन बादल , ना बरसात होय ...!

पीहर ना शोभे , मां-बाप बिना ...!
शोभे ना ससुराल , पिया बिना ...!

भक्त बिना भगवान ना शोभे ....!
शूल बिना गुलाब ना शोभे ...!

बिखरे पत्ते , बिखरी छाया ...!
  इंसान की पलटी हर समय ही काया ....!!

धन्यवाद दोस्तों 🙏🙏💐💐

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