Phool Jahan 30 Mar 2023 शायरी अन्य 22614 0 Hindi :: हिंदी
कब हमकों ये मालूम है कब तुमको यह अंदाज़ा है मां के खदमो मे जन्नत है बाप जन्नत का दरबाजा है
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मेरे सारे आरटिकल पब्लिश हो mere certificate per mera naa...