DINESH KUMAR KEER 23 Jan 2024 कविताएँ प्यार-महोब्बत 2672 0 Hindi :: हिंदी
"आंखें रोती भी है और आंखें हंसती भी है, आंखें सोती भी है और आंखें जागती भी है, आंखें आंखों से इशारों में बोलती भी है, आंखें आंखों से भला - बुरा देखती भी है..." -दिनेश कुमार कीर