Shiv Kishore 22 Jun 2023 शायरी समाजिक # नन्हीं जान # तक़दीर # बहाती है 5824 0 Hindi :: हिंदी
जमीं पर जब नन्हीं जान आती है , तक़दीर खुद वह अपनी संग में लाती है , तक़दीर भी जब ही देती है साथ मेरे दोस्त___ जब नन्हीं जान जवानी में पसीना बहाती है । _____ शिव किशोर,शाहजहांपुर , यूपी