SHAHWAJ KHAN 30 Mar 2023 शायरी प्यार-महोब्बत लव शायरी , मोहब्बत शायरी , इजहारे मोहब्बत 87070 0 Hindi :: हिंदी
कहते कहते अपनी बात को रह गया कोई अल्फाजों की तिश्नगी में बह गया कोई। अंदाजे गुफ्तगू का ये कैसा मंज़र है लव खामोश थे मगर नजरों से कह गया कोई।