Mohammed fejaan 30 Mar 2023 शायरी प्यार-महोब्बत गूगल 9923 0 Hindi :: हिंदी
शाईरी -नम्बर 18 गमलें में खिलते हैं! गुलाब के फुल यह सबी को पता हैं। मेरा जान ! 'अरे गमले में खिलतें हैं। गुलाब के जो यह सबी को पता हैं। मेरी अर फुल जान ! अपना समझ के भी अपना ना समझऐं .... या बोर समझसे उनकी माँ की बहन मेरी मौसी हां मेरी जान. तो हाँ हाँ हाँ ?,, मोहम्मद फैजान सिद्धिकी हरियाण सी.टी पानीपत गांव नूवाला 25 फूटा रोट ईन्दा विहार कॉलोनी वार्ड न0 2,
I , am Mohammed fejaan my father name rais ahamad and mathar name vasila...