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किनारें रह कर डुबा नहीं करते

Raj Ashok 26 Apr 2023 शायरी हास्य-व्यंग किनारें 6015 0 Hindi :: हिंदी

मूहोबत हो, या पानी हो 
           अन्दाज लगाना ,छोड़ दीजिए ।
यों गहराई  का
            किनारें रहकर डुबां नहीं करते ।

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