संदीप कुमार सिंह 02 May 2023 कविताएँ समाजिक मेरी यह कविता समाजिक हित में है। जिस पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 6521 0 Hindi :: हिंदी
साथी बनें विकास का,अद्भुत है यह काम। मिलता सुख है सर्वदा,अमर रहेगा नाम।। करें काम कल्याण का, खुशी रहे आवाम। सदा मिलेंगें तब दुआ, अमर रहेगा नाम।। मरें वतन कर वास्ते , अमर रहेगा नाम। युगों युगों तक याद कर,करते सभी सलाम।। अमर रहेगा नाम तब,सीरत में हो प्यार। अच्छी एक मिसाल बन,बने देश गुलजार।। अमर रहेगा नाम तब,करिए भला समाज। मिले सुधा आशीष तब,जन जन की आवाज।। संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा) बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....