virendra kumar dewangan 30 Mar 2023 आलेख दुःखद Terrorism 19444 1 5 Hindi :: हिंदी
26 नवम्बर 2008 को लश्कर-ए-तयबा का आतंकवादी अजमल आमीर कसाब, नौ अन्य आतंकवादियों के साथ समुद्रीमार्ग से मुबई पहुंचा। उन्होंने छत्रपति शिवाजी रेल्वे स्टेशन पर ताबड़तोड़ फायरिंग करके नरीमन हाउस, लियोपोल्ड रेस्टारेंट, ओबेराय होटल व ताज होटल पर धुंआधार हमला बोल दिया, जिसमें 18 सुरक्षाकर्मी सहित 166 लोग शहादत को प्राप्त हो गए तथा कई अन्य लोग घायल हो गए। इसके अलावा करोड़ों रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ। सहायक उप निरीक्षक तुकाराम ओम्बले के सहयोग से कसाब इसी दिन पुलिस के हत्थे चढ़ गया। इसके अन्य साथी और सुरक्षाबलों के मध्य ताज होटल में तीन दिन तक खूनी संघर्ष चला, जिसमें सभी आतंकवादी मार गिराए गए। लंबी कानूनी लड़ाई, जिरह और दया याचिका से गुजरने के उपरांत 21 नवम्बर 2012 की सुबह 7.30 बजे कसाब को पुणे के यरवदा जेल में आपरेशन एक्स के तहत शूली पर चढ़ा दिया गया। जबकि 26/11 के साजिशकर्ताओं-अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी हाफिज सईद, मलिक जफर इकबाल, नसरुल्ला, समीउल्ला, याह्या मुजाहिद, अब्दुल रहमान मक्की, उमर बहादुर को पाकिस्तान के कोर्ट ने रिहा कर दिया। यह आतंकवादी के प्रति पाकिस्तान की दोगलीनीति का परिचायक है। ----00----- अनुरोध है कि लेखक के द्वारा वृहद पाकेट नावेल ‘पंचायत’ लिखा जा रहा है, जिसको गूगल क्रोम, प्ले स्टोर के माध्यम से writer.pocketnovel.com पर ‘‘पंचायत, veerendra kumar dewangan से सर्च कर और पाकेट नावेल के चेप्टरों को प्रतिदिन पढ़कर उपन्यास का आनंद उठाया जा सकता है तथा लाईक, कमेंट व शेयर किया जा सकता है। आपकी प्रतिक्रियाओं की प्रतीक्षा रहेगी।