Shiv Kishore 10 Jun 2023 शायरी प्यार-महोब्बत # हमारा दिल तो हर कोई तोड़ देता है # कांच # नाज़ुक 8061 0 Hindi :: हिंदी
हमारा दिल तो हर कोई तोड़ देता है , कांच का है हर कोई फोड़ देता है , नाज़ुक इतना की जैसे मधु_मक्खी का मोम ___ पकड़ कर उसको हर कोई निचोड़ देता है । ______शिव किशोर , शाहजहांपुर (यूपी)