SACHIN KUMAR SONKER 24 Apr 2023 शायरी प्यार-महोब्बत GOOGLE (सचिन कुमार सोनकर) सन्नाटा 8187 0 Hindi :: हिंदी
(सचिन कुमार सोनकर) सूनी है सड़के और गालियाँ भी सुनसान है। चारो तरफ फैला है , सन्नाटा नही दिख रहा कोई इन्सान है। ना ही किसी के पैरों के निशान है। वो ढूँढने निकले है मेरा पता शायद वो भूल गये। यहाँ मेरे अलावा भी कई और मकान है।