Bholenath sharma 10 Jan 2024 कविताएँ समाजिक वो कैसे होगे आने वाली पीढ़ीं हमारी कैसी होगी 2296 0 Hindi :: हिंदी
कि गाँवों की गलियो से अपरिचित होगें आने वाले , यह सदीं की झलक बताती कैसे होगें आने वाले । सुख सुविधा और जन की दुविधा और बढ़ेगी मन्वतर में , व्यस्त रहेगें वो भी हम भी अपने कामो के अन्तर मैं । पहले गुरूकुल था अब बिद्यालय है। और क्या होगा उस समय मै । पहले जाते थे पढ़ने अब आते है पढ़ाने निज आलय मैं क्या होगें वे भी हमारी तरह जो है आने वाले ।