Ravina pareek 27 Jul 2023 कविताएँ समाजिक मौसम, मौसम का मिजाज बदला है। 6044 0 Hindi :: हिंदी
मौसम का आज मिजाज बदला है, जीने का अंदाज बदला है। फूल से खिले है चारों ओर ऐसे, दिवाली के दीप हो जैसे। मौसम का आज मिजाज बदला है, जीने का अंदाज बदला है आसमान में तारे बिखरे है ऐसे, खिलखिलाते चेहरे की मुस्कान हो जैसे। मौसम का आज मिजाज बदला है, जीने का अंदाज बदला है। तितलियां उड़ रही है ऐसे, होली के रंगो हो जैसे। मौसम का आज मिजाज बदला है, जीने का अंदाज बदला है।।