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पिता दिवस पर कविता

Shivani singh 18 Jun 2023 कविताएँ अन्य 6285 0 Hindi :: हिंदी

जब सूरज उगता है पृथ्वी पर,
होती है पिता की मांगों की पूर्ति।
पिता एक सूरज की तरह होते हैं,
जो हमेशा हमारे ऊपर चमकते रहते हैं।

उनकी खुदाई के लिए हर दिन धन्यवाद है,
जो हमें खुशियों से नवाजते हैं।
पिता हैं संकटों के बादलों का छाया,
हमेशा साथ देते हैं जब दुःख आया।

जब हम रोए तो वो हमें हंसाते हैं,
खुश रहना सिखाते हैं जब छोटे बच्चे हम होते हैं।
उनके प्यार और स्नेह से दुनिया सजती है,
पिता हैं वो चिर स्वर्गीय सिंदूरी बनते हैं।

जितना भी लिखूँ कम होंगे शब्द,
पिता की महिमा को बयां करना है दुगन्गे।
पिता दिवस पर एक शुभकामना सदैव,
जो कहेगा वो सिर झुका कर लेगा हर वक्त।

पिता हैं ममता का आँचल, प्यार का आसरा,
जगत के रक्षक, परिवार के धरोहर हमारा।
आपको पिता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं,
मेरे प्यारे पिता, आप हो मेरी जान के समान।

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