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जाना सबको एक दिन-क्यों लड़ते हो यार

संदीप कुमार सिंह 08 Jan 2024 कविताएँ समाजिक How to published articles? How to open account in sahity live?How to open account in YouTube?How to open account in Facebook?How to open account in Paytm?Haow to open saving account in sbi bank? How to download Kotak Mahendra Bank?How to download Paypal?How to open account in PayPal? 6567 0 Hindi :: हिंदी

(दोहा छंद)
जाना  सबको  एक  दिन,क्यों  लड़ते  हो  यार।
जाएगा  सब  छोड़  कर,जीवन  है    उपहार ।।

जाना  सबको  एक   दिन,कर  लो  सबसे  प्यार।
याद  करे  संसार  यह, देंगे  दुआ  हजार।।
(स्वरचित मौलिक)
संदीप  कुमार  सिंह✍️
जिला:- समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार

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