Neetesh Shakya 30 Mar 2023 ग़ज़ल प्यार-महोब्बत नीतेश शाक्य शायरी 27503 0 Hindi :: हिंदी
कच्चा रास्ता थोड़ी बूंदों से बिगड़ जाता है। घना बादल पवन से बिखर जाता है। दिल कोई पत्थर की जागीर नहीं, जब टूटता है शीशे की तरह बिखर जाता है।।
CSC Employee, Cyber Crime Information, Computer Service 💔टूटे हुए सपनो...