मोती लाल साहु 27 Apr 2023 शायरी अन्य तमन्ना-ए-दिल में लिए जज्बा-ए-सफर मंज़िल तक ज़िंदगी में दीदार-ए-नूर परवरदिगार का। 6842 0 Hindi :: हिंदी
तमन्ना-ए-दिल में लिए !! पर्वत कहीं चोटी होगा - अरमानों से ऊंचा कोई शिखर , ना हीं दिल से गहरा कोई सागर जज्बा-ए-सफर में - जिंदगी से मंजिल तक , मन से तेज सवारी ना मिला तमन्ना-ए-दिल में लिए - दीदार-ए-नूर परवरदिगार का तमन्ना-ए-दिल में लिए !! -मोती