Atul kumar Gupta 30 Mar 2024 ग़ज़ल प्यार-महोब्बत साहित्य लाइव 5246 0 Hindi :: हिंदी
मेरे ख्वाब... तुम हो तो मैं समुन्दर हूँ... तुम मुझमें और मैं तुम्हारे अंदर हूँ.. तुम मेरी एहसास हो.. तो मैं तुम्हारा ख्याल हूँ... तुम मेरी आँखे हो.. और मैं तुम्हारा दृश्य हूँ.. तुम मेरी नींद हो.. और मैं तुम्हारा सवेरा हूँ.. तुम मेरी मर्यादा हो.. मैं तुम्हरा राम हूँ.. Atul ✍🏻