Anjani pandey (sahab) 28 Jun 2023 कविताएँ समाजिक 6260 0 Hindi :: हिंदी
छोटी सी आशा और घना अंधेरा सिर्फ मेरे साथ एक जुगनू लंबी रात के बाद सवेरा कब तक जला के रखूं रूई की मसाला को फिर छाएगा लंबा अंधेरा चलूं भी दौडू भी दौड़ने के बाद भी लंबी दूरी का अंधेरा बस एक जलती मसाल हाथ में है मैं दूर करूंगा अंधेरा